हरि हर जप ले री औसर बीतो जाये। जो दिन गये सो फिर नहीं आवै कर...

हमारे गुरु वचनन की टेक। आन धर्म को नाहीं जानूं जपूं हरि हरि एक। गुरु बिना...

साधो मन माया के संग सब जग रंग रयो। मूर्ख पचे खेल के अंधरे नाना स्वांग...

जग में कहा कियो तुम आए स्वान जैसे पेट भर के सोयो जन्म गवाए। पहर पिछले...

ज्यों त्यों राम नाम ही तारे। जान अजान अग्नि जो छुए वह जोरे पर जारे। उल्टा...