जै सिया राम सिया राम बोल वे मना। क्यों फिरना ए डावांडोल वे मना।। यह काया...

जब अपने ही घर में खुदाई है काबे में सजदा कौन करे। जब रूप राम का...

जो शीश तली पर रख न सके वो प्रेम गली में आए क्यों। जिसे प्रेम गली...

कन्हैया जादू कर गया मैं की करां। मैं तो गई थी जल भरने को मेरी मटकी...

ऐसा कोई संत मिले जेहड़ा तार हरि दे नाल जोड़े। संत दरस दा बड़ा महात्तम दुर्लभ...

ऐ श्याम तेरी मुरली की कसम हम तुमसे मोहब्बत कर बैठे। इक दिल के सिवा कुछ...

आया है संसार में दुनिया की मौज तू ले। खा ले पी ले मौज मना दुनिया...

ऊपर गगन विशाल नीचे गहरा पाताल बीच में धरती वाह मेरे मौला तूने किया कमाल। एक...

उतरा सागर में उसको ही मोती मिला। खोज जिसने भी की मैं उसी को मिला।। तूने...

छुपे बैठे हो कण कण में भला मैं कैसे पहचानूँ । दुई का दूर करो परदा...

किस कारण जोग लिया हुई मैं दासी उन चरनन् की। इस कारण मैंने जोग लिया।। भगवा...

जो चाहो मस्ती तो मिटावो हस्ती हो जाओ साहिब के। साहिब मेरा नित नवां नहीं होए...