उन कै संगि मोहि प्रभु चिति आवै संत प्रसादि मोहि जागी।। सुनि उपदेसु भए मन निरमल...

उडहु न कागा कारे।। बेगि मिलीजै अपुने राम पिआरे।। पंथु निहारै कामनी लोचन भरी ले उसासा।।...

सरब सुखा गुर चरना।। कलिमल डारन मनहि सधारन इह आसर मोहि तरना।। पूजा अरचा सेवा बंदन...

रामु सिमरि रामु सिमरि इहै तेरै काजि है।। माइआ को संगु तिआगु प्रभ जू की सरनि...

मोहन घरि आवहु करउ जोदरीआ।। मनु करउ अभिमानै बोलउ भूल चूक तेरी प्रिअ चिरिआ।। निकटि सुनउ...

माधवे तुम न तोरहु तउ हम नही तोरहि।। तुम सिउ तोरि कवन सिउ जोरहि।। जउ तुम...

बहुत जनम बिछुरे थे माधउ इहु जनमु तुम्हारे लेखे।। कहि रविदास आस लगि जीवउ चिर भइओ...

जो नरु दुख मै दुखु नही मानै। सुख स्नेहु अरु भै नही जा कै कंचन माटी...

गुरु गुरु गुरु करि मन मोर।। गुरु बिना मैं नाही होर।। गुरु की टेक रहहु दिनु...

कलि तारणि गुरु नानक आइआ।। सुणी पुकारि दातार प्रभु गुरु नानक जग माहि पठाइआ।। चरन धोइ...

ऐसे गुर कउ बलि बलि जाईऐ आपि मुकतु मोहि तारै।। नाराइन नरपति नमसकारै।। कवन कवन कवन...

सभि धंनु कहहु गुरु सतिगुरू गुरु सतिगुरू जितु मिलि हरि पड़दा कजिआ।। पंचे सबद वजे मति...