जबै बाण लागियो।। तबै रोस जागियो।। करं लै कमाणं।। हनं बाण ताणं।। सबै बीर धाए।। सरोघं...

रामु सिमरि रामु सिमरि इहै तेरै काजि है।। माइआ को संगु तिआगु प्रभ जू की सरनि...

जो दिन आवहि सो दिन जाही।। करना कूचु रहनु थिरु नाही।। संगु चलत है हम भी...

जाहर पीरु जगतु गुर बाबा।। गंग बनारस हिंदूआ मुसलमाणा मका काबा। घरि घरि बाबा गावीऐ वजनि...

जिस के सिर ऊपरि तूं सुआमी सो दुखु कैसा पावै।। बोलि न जाणै माइआ मदि माता...

गली जोगु न होई।। एक द्रिसटि करि समसरि जाणै जोगी कहीऐ सोई।। जोगु न खिंथा जोगु...

गुर तारि तारणहारिआ।। देहि भगति पूरन अविनासी हउ तुझ कउ बलिहारिआ।। हम डोलत बेड़ी पाप भरी...

गुर जैसा नाही को देव।। जिसु मसतकि भागु सु लागा सेव।। सतिगुरु मेरा बेमुहताजु।। सतिगुर मेरे...

गुरु मेरी पूजा गुरु गोबिंदु।। गुरु मेरा पारब्रहमु गुरु भगवंतु।। गुरु मेरा देउ अलख अभेउ।। सरब...

ख़ालसा मेरो रूप है ख़ास।। ख़ालसे महि हौ करौ निवास।। ख़ालसा मेरो मुख है अंगा।। ख़ालसे...

कलि तारणि गुरु नानक आइआ।। सुणी पुकारि दातार प्रभु गुरु नानक जग माहि पठाइआ। चरन धोइ...

काहे रे बन खोजन जाई।। सरब निवासी सदा अलेपा तोही संगि समाई।। पुहप मधि जिउ बासु...