Bhakti
गुरु के चरण की रज ले के दोउ नैन के बीच अंजन दिया तिमिर मेट उजियार...
ऐसी ही शक्ति मुझे देना हे दाता। चलती रहूँ तेरी राहों पे दाता। जीवन धारा तू...
आदि देव शंकर तेरी हो कृपा। कैलाशवासी हे अविनाशी गाऊं तेरी वंदना। आशुतोष शिव तुम हो...
आदि अन्त मेरा है राम उन बिन और सकल बेकाम। कहाँ करूँ तेरा बेदपुराना जिन है...
आप ही रंगा दे अपना बना ले। मैं तो मिटूँ भी कैसे आप ही मिटा दे।...
जय शिव शंकर जय शिव शंकर जय शंकर भोले। सब देवों से देव निराले जय शंकर...
बरजी मैं काहूकी नाहिं रहूं। सुणो री सखी तुम चेतन होयकै मनकी बात कहूं॥ साध संगति...
छोड़ मत जाज्यो जी महाराज॥ मैं अबला बल नायं गुसाईं तुमही मेरे सिरताज। मैं गुणहीन गुण...
जागो म्हांरा जगपतिरायक हंस बोलो क्यूं नहीं॥ हरि छो जी हिरदा माहिं पट खोलो क्यूं नहीं...
आओ सहेल्हां रली करां है पर घर गवण निवारि॥ झूठा माणिक मोतिया री झूठी जगमग जोति।...
म्हारा ओलगिया घर आया जी। तन की ताप मिटी सुख पाया हिल मिल मंगल गाया जी॥...
म्हांरे घर होता जाज्यो राज। अबके जिन टाला दे जाओ सिर पर राखूं बिराज॥ म्हे तो...